भारत में भी जल्द होगा एयर टैक्सी का सपना साकार, नए ड्रोन नियमों को आसान बनाने से बढ़ी संभावना
सिंधिया ने कहा कि रक्षा और गृह मंत्रालय और नागरिक उड्डयन प्रौद्योगिकी ब्यूरो ड्रोन रोधी तकनीक पर काम कर रहे हैं। सिंधिया ने कहा कि वैश्विक स्तर पर एयर टैक्सियों पर रिसर्च और अविष्कार किया जा रहा है और कई स्टार्टअप भी आ रहे हैं।
नई दिल्ली: न्यू ड्रोन पॉलिसी को लेकर केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दावा किया कि 2030 तक ड्रोन के मामले में भारत विश्व में एक ग्लोबल हब के रूप में स्थापित हो कर रहेगा। उन्होंने कहा कि ये काम ड्रोन रूल्स 2021 की घोषणा के साथ ही शुरू हो जाएगा। ड्रोन नियमों को आसान बनाने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मेरा मानना है कि इस समय सड़क पर चलने वाली टैक्सियों की तरह ड्रोन नीति के तहत हमें भी हवा में टैक्सियां नजर आ सकती हैं।
सिंधिया ने कहा कि रक्षा और गृह मंत्रालय और नागरिक उड्डयन प्रौद्योगिकी ब्यूरो ड्रोन रोधी तकनीक पर काम कर रहे हैं। सिंधिया ने कहा कि वैश्विक स्तर पर एयर टैक्सियों पर रिसर्च और अविष्कार किया जा रहा है और कई स्टार्टअप भी आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह समय दूर नहीं है जब टैक्सी, जैसे उबर आदि जिसे आप सड़कों पर देखते हैं, ड्रोन नीति के तहत आप इन्हें हवा में देखेंगे। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मेरा मानना है कि यह बहुत हद तक संभव है। मंत्री ने कहा कि रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय और बीसीएएस (नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो) एक साथ काम कर रहे हैं ताकि काउंटर रॉग ड्रोन तकनीक को विकसित किया जा सके और अपनाया जा सके।
NEws Credit: India TV News