Hijab Row Live Updates: HC ने कहा- फैसला आने तक धार्मिक कपड़े न पहनें छात्र, 14 फरवरी को अगली सुनवाई
Hijab Row Live Updates: कर्नाटक से शुरू हुए हिजाब विवाद की गूंज पूरे देश में होने लगी है. कई राज्यों में हिजाब के समर्थन से लेकर स्कूलों में एक समान वर्दी की बात हो रही है. इसके अलावा कई राजनेता भी इस मामले में प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने कपड़ों को लेकर महिलाओं की पसंद का समर्थन किया जबकि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पोशाक मुद्दे को ‘सांप्रदायिक रंग’ दिए जाने की आलोचना की. वहीं कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थानों में शांति रही.
नई दिल्ली. हिजाब विवाद को लेकर वकील कपिल सिब्बल की ओर से लगाई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की है. शीर्ष अदालत ने कहा है कि इस मामले पर पहले उच्च न्यायालय को फैसला करने दें. साथ ही एपेक्स कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के लिए अगली तारीख देने से भी इनकार कर दिया है. कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने से रोके जाने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर उच्च न्यायालय की पूर्ण पीठ गुरुवार को सुनवाई करेगी. वहीं कर्नाटक हाईकोर्ट ने मीडिया को निर्देश दिया है कि वह अंतिम फैसला आने तक किसी भी प्रकार की टिप्पणी न करे.
हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश रितु राज अवस्थी ने बुधवार रात को इस मामले की सुनवाई के लिए पूर्ण पीठ गठित की, जिसमें उनके अलावा न्यायमूर्ति कृष्ण एस दीक्षित और न्यायमूर्ति के जे मोहिउद्दीन शामिल हैं. इससे पहले, इस मामले की सुनवाई कर रहे कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीक्षित की एकल पीठ ने बुधवार को इस मामले को मुख्य न्यायाधीश रितु राज अवस्थी के पास भेज दिया था.
इधर, कर्नाटक से शुरू हुए हिजाब विवाद की गूंज पूरे देश में होने लगी है. कई राज्यों में हिजाब के समर्थन से लेकर स्कूलों में एक समान वर्दी की बात हो रही है. इसके अलावा कई राजनेता भी इस मामले में प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने कपड़ों को लेकर महिलाओं की पसंद का समर्थन किया जबकि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पोशाक मुद्दे को ‘सांप्रदायिक रंग’ दिए जाने की आलोचना की. वहीं कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थानों में शांति रही.
भारत के इन हिस्सों में दिखा हिजाब विवाद का असर-
दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की करीब 200 छात्राओं ने कर्नाटक में हिजाब पहनने के मामले को लेकर मुस्लिम छात्राओं को अपना ‘अडिग और बिना शर्त समर्थन’ दिया है. जेएनयू की छात्राओं का यह कहना कि महिलाओं को हिजाब पहनने से रोकना राज्य और उसकी संस्थाओं की ‘पितृसत्तात्मक और इस्लामोफोबिक (इस्लाम से डर) प्रवृत्ति’ को दर्शाता है. इससे पहले दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में एक छात्र संगठन ने कर्नाटक में उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में हिजाब प्रतिबंधों के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया था.
महाराष्ट्र: बीड शहर में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम छात्राओं के लिए हिजाब के समर्थन में बैनर लगाए और कहा कि भारतीय संविधान नागरिकों को उनकी धार्मिक संस्कृति का पालन करने का अधिकार देता है. बीड के बशीरगंज और करंजा इलाकों में सोमवार को ‘पहले हिजाब फिर किताब’ का संदेश देने वाले बैनर सोमवार को लगाए गए और मंगलवार को हटा दिए गए.
इस बीच, पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य इम्तियाज जलील ने गैर-मुस्लिम महिलाओं से इस मुहिम के प्रति एकजुटता दिखाने के लिये विरोध स्वरूप ‘हिजाब’ पहनने की अपील की.
पश्चिम बंगाल: कर्नाटक में ‘हिजाब’ विवाद के बीच कोलकाता के आलिया विश्वविद्यालय के लगभग 500 विद्यार्थियों ने बुधवार को पार्क सर्कस इलाके में एक रैली निकाली, जिसमें कई महिलाओं ने हिजाब पहन रखा था. विद्यार्थी राष्ट्रीय ध्वज लेकर, अपने परिसर में लौटने से पहले एंटली और पार्क सर्कस गये. विद्यार्थियों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर लिखा था, ‘भारत के नागरिकों के रूप में, हमें यह तय करने का अधिकार है कि हमें क्या पहनना हैं और हमें अपनी धार्मिक प्रथाओं का पालन करने का अधिकार है.’
मध्य प्रदेश: राज्य के गृहमंत्री और सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों से कहा, ‘मध्य प्रदेश में हिजाब को लेकर कोई भी विवाद नहीं है. हिजाब पर प्रतिबंध को लेकर सरकार के पास कोई भी प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है.’ कर्नाटक में जारी विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि यह मामला कर्नाटक से जुड़ा है, जो वहां कि हाईकोर्ट में लंबित है.
हैदराबाद: कर्नाटक में कुछ शिक्षण संस्थानों द्वारा हिजाब पहने लड़कियों को कक्षाओं में जाने से रोकने की खबरों की निंदा करते हुए बुधवार को यहां कुछ स्थानों पर प्रदर्शन किया गया. हिजाब पहनने का समर्थन करते हुए कुछ महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने रैलियां निकाली. महिलाओं के एक समूह ने भी प्रदर्शन किया और कर्नाटक की छात्राओं के प्रति एकजुटता प्रदर्शित की. कुछ प्रदर्शनकारियों ने ‘ हम इंसाफ चाहते हैं और हम हिजाब का समर्थन करते हैं’ जैसे नारे लगाये.
हरियाणा: गृहमंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा कि इस हेडस्कार्फ (हिजाब) का कोई विरोध नहीं है लेकिन विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पोशाक संबंधी नियमों का पालन अवश्य ही किया जाना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता विज ने कहा, ‘यदि कोई छात्रा हिजाब पहनना चाहती है, तो उसपर हमें कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन वे यदि विद्यालय एवं महाविद्यालय जाना चाहती हैं तो उन्हें उन संस्थानों के पोशाक नियमों का पालन करना ही चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘और यदि कोई उसका (पोशाक नियमों का) पालन नहीं करता है तो वह घर में रहे, कोई दिक्कत नहीं है.’
News Source: News 18